आज Nifty 50 यानी भारतीय शेयर बाजार का मुख्य इंडेक्स थोड़ी तेजी के साथ खुला। लेकिन एक्सपर्ट्स अभी भी सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। इसकी वजह है पिछले कुछ दिनों से बाजार में लगातार गिरावट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली।
अगर Nifty 24,500 के नीचे चला जाता है और वहीं टिक जाता है, तो बाजार और गिर सकता है। अगले सपोर्ट लेवल 24,200 और फिर 24,000 माने जा रहे हैं। दूसरी ओर, अगर बाजार संभलता है तो 24,700 और 24,800 पर रुकावट यानी रेजिस्टेंस आ सकता है। जब तक Nifty 25,000 के ऊपर नहीं जाता, तब तक बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।
तकनीकी संकेत भी थोड़े कमजोर हैं। Nifty 50 अपने 100-दिन के औसत से नीचे ट्रेड कर रहा है, जो गिरावट का संकेत देता है। एक और संकेतक Put-Call Ratio (PCR) अब 0.75 पर आ गया है, जो बताता है कि बाजार में डर का माहौल है। India VIX, जिसे ‘डर का इंडेक्स’ भी कहते हैं, लगातार बढ़ रहा है — इसका मतलब निवेशकों में अनिश्चितता है।
Bank Nifty, यानी बैंकिंग स्टॉक्स वाला इंडेक्स, भी कमजोर दिखाई दे रहा है। यह अपने 20-दिन और 50-दिन के औसत से नीचे चल रहा है।
कुछ जानकार मानते हैं कि अगर अमेरिका की फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को कम करने का फैसला करता है और ग्लोबल माहौल सुधरता है, तो बाजार में फिर से तेजी आ सकती है।
अभी निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वो सोच-समझकर निवेश करें। ज्यादा जोखिम वाले स्टॉक्स से बचें और सुरक्षित यानी डिफेंसिव सेक्टर्स पर ध्यान दें।
कुल मिलाकर, बाजार अभी एक उलझन की स्थिति में है — न पूरी तरह तेजी, न पूरी तरह मंदी। अगले कुछ दिन बहुत अहम होंगे यह तय करने के लिए कि बाजार किस दिशा में जाएगा।
आज शेयर बाजार की हरी शुरुआत, Nifty और Sensex में मजबूती
आज सुबह भारतीय शेयर बाजार ने मजबूत शुरुआत की। Nifty50 और Sensex दोनों इंडेक्स हरे निशान में खुले। यह पिछले कुछ हफ्तों की गिरावट के बाद निवेशकों के लिए राहत की खबर है।
शुरुआती आंकड़े
- Nifty50 सुबह 24,600 के ऊपर खुला
- Sensex 150 अंकों की बढ़त के साथ 80,771.61 पर था
- बैंकिंग, ऑटो और IT सेक्टर में तेजी देखने को मिली
बीते दिनों में क्या हुआ?
पिछले पांच हफ्तों में बाजार लगातार नीचे जा रहा था। इस वजह से निवेशकों की चिंता बढ़ गई थी। लेकिन आज की शुरुआत से उम्मीद जगी है कि बाजार में अब कुछ सुधार हो सकता है।
विदेशी संकेतों का असर
- अमेरिका से आई कमजोर नौकरी से जुड़ी रिपोर्ट से यह संभावना बढ़ गई है कि वहां की केंद्रीय बैंक Federal Reserve सितंबर में ब्याज दरें घटा सकती है।
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इससे दुनियाभर के बाजारों में थोड़ी राहत दिखी है।
- एशियाई बाजार भी आज हल्की तेजी में थे, जिसका असर भारत पर भी पड़ा।
विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
Geojit Financial के विशेषज्ञ वी.के. विजयकुमार का कहना है कि जब तक अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ को लेकर स्पष्टता नहीं आती, बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
वह निवेशकों को सावधानी के साथ निवेश करने की सलाह दे रहे हैं।
निवेशकों के लिए क्या मायने?
- अगर Nifty50 25,000 के ऊपर नहीं जाता, तो बाजार में उतार-चढ़ाव चलता रहेगा।
- तिमाही रिजल्ट के कारण कुछ स्टॉक्स में तेज हलचल हो सकती है।
- निवेशकों को लंबी अवधि की सोच के साथ, मजबूत कंपनियों में ही निवेश करना चाहिए।
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Q1: क्या बाजार में तेजी बनी रहेगी?
A. अगर दुनिया के बाजारों से अच्छे संकेत मिलते हैं — जैसे अमेरिका में ब्याज दरें घटती हैं, महंगाई कम होती है, या ट्रेड से जुड़ी पॉजिटिव खबरें आती हैं — तो भारतीय शेयर बाजार में तेजी जारी रह सकती है।
हालांकि बीच-बीच में थोड़ी गिरावट भी आ सकती है, इसलिए उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए सोच-समझकर निवेश करना जरूरी है।
Q2: क्या अभी निवेश करना सही समय है?
A. हाँ, लेकिन एक बार में बहुत सारा पैसा लगाने से बचें।
थोड़ा-थोड़ा करके, SIP या स्टेप बाय स्टेप निवेश करें।
बाजार अभी ऊँचे स्तर पर है, इसलिए जल्दबाज़ी न करें।
लंबी अवधि के लिए सोचें और अच्छी कंपनियों या फंड्स में निवेश करें।
Q3: किस सेक्टर में निवेश करें?
A. इस समय बैंकिंग, ऑटो और IT सेक्टर मजबूत दिख रहे हैं:
- बैंकिंग: लोन की मांग बढ़ रही है, जिससे इनका फायदा हो रहा है।
- ऑटो: फेस्टिव सीजन और इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डिमांड बढ़ी है।
- IT: डिजिटल और टेक्नोलॉजी सेवाओं की ज़रूरत बढ़ रही है, जो इस सेक्टर को आगे ले जा सकती है।
- इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर और फार्मा सेक्टर पर भी नजर रख सकते हैं।
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📌 डिस्क्लेमर (Disclaimer):
इस लेख में दी गई जानकारी केवल आपकी समझ बढ़ाने के लिए है। यह कोई निवेश की सलाह नहीं है।
शेयर बाजार में पैसे लगाने में फायदा भी हो सकता है और नुकसान भी।
इसलिए किसी भी निवेश से पहले किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
यह वेबसाइट या लेखक आपके फायदे या नुकसान की कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेता।